राजद के वरिष्ठ नेता व पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी डॉ. रामचंद्र पूर्वे को पार्टी के प्रति समर्पण का पुरस्कार मिलना लगभग तय हो गया है. शनिवार को नामांकन एवं स्क्रूटनी के बाद एकमात्र दावेदार रहने के कारण साफ हो गया कि लगातार चौथी बार उन्हें ही प्रदेश राजद की कमान मिलेगी. रविवार शाम तक नाम वापसी की आखिरी मियाद भी पूरी हो गई. हालात के मुताबिक अब सिर्फ घोषणा भर बाकी है. राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन के मुताबिक नए प्रदेश अध्यक्ष केनिर्वाचन का विधिवत ऐलानछहनवंबर को किया जाएगा.
वैश्य समुदाय से आने वाले रामचंद्र पूर्वे को लालू प्रसाद ने पहली बार प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी 2010 में तब सौंपी थी जब निर्वाचित अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दीकी को विधायक दल का नेता बना दिया गया था. इसके बाद 2013 और जनवरी 2016 में पूर्वे दो बार लगातार निर्विरोध जीतते रहे. इस बार उनकी चौथी पारी है जबकि तीसरी बार निर्विरोध जीत होगी.