उत्तर प्रदेश की पहली दलित महिला मुख्यमंत्री का जन्मदिन आज... कैसे हुई मायावती की राजनीति में एंट्री?
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री के रुप में चुनी जाने वाले पहली दलित महिला जो कभी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया करती थी. आज उनको कौन नहीं जानता है. उत्तर प्रदेश की राजनीति की मंथन करें तो सबसे योग्य नेताओं में उनका नाम जरुर आता है. वो कोई और नहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती है. आज यानी 15 जनवरी को उनका जन्मदिन है.
मायावती का जन्म उत्तर प्रदेश के एक दलित परिवार में 15 जनवरी 1956 को हुआ. उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद एक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत तब हुई जब बसपा (बहुजन समाज पार्टी) के संस्थापक काशी राम ने उन्हें राजनीति में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. मायावती ने 1995 में पहली बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया जिससे वे भारत की पहली दलित महिला मुख्यमंत्री बनीं.
मायावती की राजनीतिक यात्रा कई उतार-चढ़ाव से भरी रही है. उन्होंने 1995 में पहली बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया था और तब से लेकर अब तक कई बार इस पद पर रह चुकी हैं. मायावती का पहला कार्यकाल 1995 से 1997 तक चला जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण नीतियों को लागू किया. हालांकि उनका दूसरा कार्यकाल भी कुछ महीनों बाद समाप्त हो गया. उनका तीसरा कार्यकाल 2007 से 2012 तक था जिसमें उन्होंने कानून व्यवस्था को सुधारने और प्रशासनिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया. इस दौरान उनकी सरकार ने पिछली सरकारों द्वारा किए गए भर्ती घोटालों की जांच शुरू की. उनकी पार्टी बीएसपी मुख्य रूप से दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए जानी जाती है.
मायावती के जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि “वह प्रभु श्रीराम से मायावती की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं”. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी.