आलमी निवेशकों तक पहुँच के लिए मुख्यमंत्री की अगुवाई में जापान और दक्षिण कोरिया जाएगा उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल
मुख्यमंत्री कार्यालय, पंजाब
आलमी निवेशकों तक पहुँच के लिए मुख्यमंत्री की अगुवाई में जापान और दक्षिण कोरिया जाएगा उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल
चंडीगढ़; प्रगतिशील पंजाब इन्वेस्टर्स समिट-2026, जो 13 से 15 मार्च 2026 के बीच इंडियन स्कूल ऑफ बिजऩेस (आईएसबी), मोहाली में आयोजित होना है, उसमें विश्वभर के निवेशकों की अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पंजाब सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में राज्य सरकार का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल दिसंबर के पहले सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय आउटरीच मिशन के तहत जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा करेगा।
मुख्य मंत्री के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल, जिसमें उद्योग एवं वाणिज्य, निवेश प्रोत्साहन, बिजली और एनआरआई मामलों के मंत्री संजीव अरोड़ा, पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा ‘इन्वेस्ट पंजाब’ की टीम शामिल होगी, 2-3 दिसंबर को टोक्यो, 4-5 दिसंबर को ओसाका और 8-9 दिसंबर को सियोल का दौरा करेगा। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य वैश्विक कंपनियों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना तथा उन्हें व्यक्तिगत रूप से 6वें प्रगतिशील पंजाब इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने के लिए आमंत्रित करना है।
जापान और दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास, भारत के विदेश मंत्रालय, डीपीआईआईटी की ‘इन्वेस्ट इंडिया’ एजेंसी, और नई दिल्ली स्थित जापान एवं दक्षिण कोरिया के दूतावासों के सहयोग से इन बैठकों व कार्यक्रमों को विशेष रूप से संयोजित किया गया है। इस समन्वय ने पंजाब सरकार के अंतरराष्ट्रीय आउटरीच एजेंडे को मजबूत दिशा दी है।
दौरे के दौरान पंजाब सरकार प्रदेश को ‘नॉर्थ इंडिया का प्रमुख निवेश केंद्र’ के रूप में प्रस्तुत करेगी। खासतौर पर पंजाब की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति, एनसीआर और प्रमुख बंदरगाहों से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी, मजबूत औद्योगिक क्लस्टर, निर्बाध बिजली आपूर्ति, कुशल कार्यबल और उद्योग-हितैषी नीति वातावरण को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल निवेशकों को उन प्रशासनिक एवं नियामकीय सुधारों से भी अवगत करवाएगा, जो पंजाब सरकार ने त्वरित निवेश सुविधाओं के लिए लागू किए हैं। इनमें फास्ट-ट्रैक पंजाब सिंगल-विंडो सिस्टम के माध्यम से 173 से अधिक सरकारी-से-व्यापार सेवाएँ, ऑटो-डीम्ड अप्रूवल, पैन-आधारित बिजऩेस आइडेंटिफ़ायर और ‘पंजाब राइट टू बिजऩेस एक्ट’ में समयबद्ध मंज़ूरियों हेतु किए गए संशोधन शामिल हैं।
इसके साथ ही, राज्य के विकसित औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर — जैसे प्लग-एंड-प्ले पार्क और राजपुरा में स्थापित इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) — को भी प्रस्तुत किया जाएगा। ‘इन्वेस्ट पंजाब’ की पहल से अब तक 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश पंजाब में आकर्षित हुआ है, यह तथ्य भी वैश्विक निवेशकों के सामने रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है—नीतिगत स्थिरता, पारदर्शिता और तेज़ निर्णय प्रक्रिया के माध्यम से निवेशकों का समय एवं विश्वास सुनिश्चित करते हुए पंजाब को वैश्विक उद्योग जगत का पसंदीदा निवेश केंद्र बनाना। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योग की ज़रूरतों को समझते हुए उनके विकास में साझेदार बनने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पंजाब के मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर और बढ़ती औद्योगिक क्षमता के कारण निवेश के नए अवसर खुल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और उद्योग के बीच सुदृढ़ साझेदारी ही सफलता की कुंजी है। 2022 में पेश की गई नई औद्योगिक नीति उद्योग जगत के नेताओं और विभिन्न हितधारकों से विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई है। इसी कड़ी में 24 सेक्टर-विशेष कमेटी गठित की गई हैं, जिनका नेतृत्व उद्योग जगत के प्रमुख कर रहे हैं। ये पहलें मिलकर पंजाब को उत्तर भारत का सबसे आकर्षक निवेश गंतव्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य जापान और दक्षिण कोरिया की कंपनियों के बीच पंजाब को मोबिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ईएसडीएम, ऑटो कॉम्पोनेंट्स, खाद्य प्रसंस्करण, रसायन, ग्रीन एनर्जी, आईटी, सेमीकंडक्टर, टेक्सटाइल और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों के लिए एक आदर्श निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करना है। दोनों देशों में भारतीय मिशनों और साझेदार संस्थाओं के सहयोग से तैयार किए गए कार्यक्रम आपसी व्यापार, तकनीकी सहयोग, संयुक्त उपक्रमों और सप्लाई-चेन इंटीग्रेशन को प्रोत्साहित करेंगे। प्रतिनिधिमंडल टोक्यो, ओसाका और सियोल में भारतीय मूल के लोगों से भी भेंट करेगा, जिससे सांस्कृतिक एवं सामुदायिक संबंध और मजबूत हों।
इससे पहले पंजाब सरकार नई दिल्ली में जापान-पंजाब इन्वेस्टमेंट राउंडटेबल, जीसीसी राउंडटेबल और सीआईएस राउंडटेबल जैसी कई महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन कर चुकी है। इसके अतिरिक्त, गुरुग्राम, दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों में रोड शो भी आयोजित किए गए हैं, जिनमें बड़ी कंपनियों, एमएसएमई और क्षेत्रीय संगठनों ने पंजाब की नीतियों तथा 2026 सम्मेलन में विशेष भागीदारी के प्रति गहरी रुचि दिखाई है।
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री संजीव अरोड़ा ने कहा कि यह पहल नए आर्थिक रिश्ते बनाने, मौजूदा विदेशी उद्योगों को सहज वातावरण प्रदान करने और पंजाब को अंतरराष्ट्रीय व्यापार का एक सशक्त केंद्र बनाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम है।
पंजाब सरकार का उद्देश्य इस दौरे के माध्यम से औद्योगिक साझेदारी को बढ़ाना, संयुक्त उपक्रम एवं तकनीकी सहयोग के नए रास्ते खोलना, अनुसंधान-आधारित सहयोग को मजबूत करना और वैश्विक औद्योगिक नेताओं को ‘प्रगतिशील पंजाब इन्वेस्टर्स समिट—2026’ में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है। ‘इन्वेस्ट पंजाब’ को विश्वास है कि यह मिशन पंजाब की पहचान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत करेगा तथा जापान, दक्षिण कोरिया और अन्य वैश्विक बाज़ारों से उच्च-गुणवत्ता और दीर्घकालीन निवेश आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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