सबसे लंबे समय तक ISS पर रहने वाली महिला बनी सुनीता विलियम्स... जाने क्या है सुनीता का भारत से तालुक..
सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहियो राज्य के यूक्लिड में हुआ था। उनका परिवार भारतीय मूल का है और उनके पिता दीपक पंड्या गुजरात से हैं। सुनीता ने अपनी स्कूली शिक्षा मैसाचुसेट्स से पूरी की और फिर 1987 में संयुक्त राष्ट्र की नौसेना अकादमी से फिजिकल साइंस में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री हासिल की।
करियर
सुनीता विलियम्स ने जून 1998 में नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चयनित हुईं। वे अमेरिकी नौसेना की एक अनुभवी पायलट भी हैं जिन्होंने कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया है। उनका पहला अंतरिक्ष मिशन 2006 में शुरू हुआ जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर 195 दिन बिताए थे।
सुनीता विलियम्स ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं:
- सबसे लंबे समय तक ISS पर रहने वाली महिला: सुनीता ने हाल ही में 286 दिनों तक ISS पर रहकर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले उन्होंने अपने पहले मिशन में 195 दिन बिताए थे।
- स्पेसवॉक का रिकॉर्ड: वे सबसे लंबे समय तक स्पेसवॉक करने वाली महिला हैं जिन्होंने कुल 62 घंटे और 9 मिनट स्पेसवॉक किया है। इस दौरान उन्होंने नौ बार स्पेसवॉक किया है।
- वैज्ञानिक प्रयोग: उनके हालिया मिशन के दौरान सुनीता और उनकी टीम ने 150 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए और कुल मिलाकर 900 घंटे का शोध कार्य किया।
- मैराथन दौड़: सुनीता ने ISS पर रहते हुए वर्चुअल बॉस्टन मैराथन में भी भाग लिया था जहां उन्होंने लगभग 42.2 किलोमीटर दौड़ लगाई थी।
- पद्म भूषण पुरस्कार: उन्हें भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
सुनीता विलियम्स न केवल एक उत्कृष्ट अंतरिक्ष यात्री हैं बल्कि वे महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी हैं। उनकी उपलब्धियों ने यह साबित कर दिया है कि अगर व्यक्ति मेहनत करे और अपने सपनों को साकार करने का जज़्बा रखे तो कोई भी बाधा उसे रोक नहीं सकती।

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