Zubeen Garg Mysterious Death Case: जुबीन गर्ग की मौत के 12 दिन बाद पहली गिरफ्तारी, असम पुलिस ने एसआईटी गठित की
गुवाहाटी/सिंगापुर: असम के मशहूर गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत के 12 दिन बाद, पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार किए गए दो लोग हैं—जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और सिंगापुर में हुए North East India Cultural Festival के आयोजक श्यामकानू महंता। दोनों को दिल्ली और गुरुग्राम से गिरफ्तार कर गुवाहाटी लाया गया, जहां अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।
घटना का सिलसिला
जुबीन गर्ग की मौत 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में हुई। एक वीडियो में जुबीन यॉट से पानी में कूदते और तैरने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि वीडियो का पूरा विवरण स्पष्ट नहीं है कि उसके बाद क्या हुआ। जुबीन की पत्नी गरिमा सैकिया ने इस मामले में सवाल उठाए हैं—जुबीन पानी में क्यों उतरे, उन्हें बचाने के लिए क्या किया गया, और क्या उन्होंने खुद ऐसा करना चाहा था।
FIR और एसआईटी
गरिमा सैकिया ने 28 सितंबर को सीआईडी को ईमेल के जरिए शिकायत भेजी। शिकायत के आधार पर असम पुलिस ने 10 सदस्यों की एसआईटी टीम गठित की, जो जुबीन की मौत की जांच कर रही है। अब तक 60 एफआईआर दर्ज की गई हैं। जुबीन की मौत से जुड़े मामले में FIR में तीन प्रमुख धाराएं शामिल हैं:
क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी (आपराधिक साजिश)
गैर इरादतन हत्या
लापरवाही से हुई मौत
एसआईटी ने आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है, ताकि वे देश या विदेश भाग न सकें।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
जुबीन गर्ग का सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम हुआ, जिसमें मौत का कारण डूबने से (Drowning) बताया गया। इसके अलावा गुवाहाटी में भी दूसरी बार पोस्टमार्टम हुआ, जिसकी रिपोर्ट सीआईडी के पास है लेकिन अभी सार्वजनिक नहीं की गई।
सवाल उठाती पत्नी
गरिमा सैकिया का कहना है कि जुबीन को पानी और आग से फोबिया था और इसके बारे में उनके मैनेजर और फेस्टिवल ऑर्गेनाइजर को भी पता था। इसके बावजूद उन्हें पानी में जाने दिया गया। गरिमा का शक है कि यह प्लान अचानक बनाया गया था और जुबीन शायद फेस्टिवल में जाना नहीं चाहते थे।
जांच सीबीआई को भी दी जा सकती है
असम सरकार ने संकेत दिया है कि अगर सीआईडी की जांच नतीजे पर नहीं पहुंची, तो मामला सीबीआई को सौंपा जा सकता है।
जुबीन को मिली भारी विदाई
जुबीन गर्ग की तेरहवीं जोरहाट में आयोजित हुई। हजारों चाहने वाले और असम की जनता ने उन्हें अंतिम विदाई दी। लिमिका बुक्स ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक, जुबीन के अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी भीड़ मानी गई।
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