मुख्यमंत्री ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की, कहा—उनके आदर्श हरियाणा को नई दिशा दे रहे हैं
चंडीगढ़ ; हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी राजनेता बताया। उन्होंने कहा स्वर्गीय अटल जी का जीवन ईमानदारी, लोकतांत्रिक मूल्यों और जन-केंद्रित शासन का प्रतीक रहा। मुख्यमंत्री ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को स्मरण करते हुए कहा कि वे अपने विचारों में जितने दृढ़ थे, उतने ही अपने मूल्यों और सिद्धांतों में भी अडिग थे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पंचकूला में राज्यस्तरीय सुशासन दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भले ही सरकारें आती-जाती रहीं, लेकिन अटल जी हमेशा अपने आदर्शों पर अटल रहे। उनके जीवन को निरंतर प्रेरणा का स्रोत बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जीवन यात्रा राष्ट्र को मूल्यों, ईमानदारी और सिद्धांतों पर आधारित नेतृत्व का महत्व सिखाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार, अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिखाए गए मार्ग का दृढ़ता से अनुसरण कर रही है और सुशासन से जुड़े उनके आदर्श आज भी हरियाणा की नीतियों और जनसेवा को प्रेरित कर रहे हैं।
सुशासन दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य के सभी 87 शहरी स्थानीय निकायों में कम से कम एक सार्वजनिक स्थल का नामकरण अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर किया जाएगा। उनमें अटल जी प्रतिमाएं भी स्थापित की जाएंगी।
ताकि उनके लोकतंत्र, राष्ट्रीय एकता और पारदर्शी शासन के आदर्श समाज का मार्गदर्शन करते रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सभी निकायों में एक ऐसे सामुदायिक भवन, पार्क, वाचनालय, सभागार, वृद्धाश्रम या व्यावसायिक स्थल को चिन्हित कर लिया गया है और अगले 6 माह में अटल जी की स्मृति में इस फैसले को लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और कार्यों से नई पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए उनके नाम पर अनेक संस्थाएं भी खोली जाएंगी, ताकि युवाओं के बीच अटल जी के जीवन, विचारों और अमूल्य योगदानों के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके।
मुख्यमंत्री ने नई डिजिटल पहलों का शुभारंभ भी किया
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस दौरान कई महत्वाकांक्षी डिजिटल परियोजनाओं और पोर्टलों का भी शुभारंभ किया। इन पहलों में मानव संसाधन विभाग का सिक्योरिटी ऑफ़ सर्विस पोर्टल, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के बुनियादी ढांचे से वंचित औद्योगिक क्षेत्रों की घोषणा हेतु आवेदन प्रस्तुत करने के लिए पोर्टल का शुभारंभ किया गया। इनके अलावा मुख्यमंत्री ने सूचना जनसपंर्क एवं भाषा विभाग के प्रेस रिलीज़ मैनेजमेंट सिस्टम और ऑनलाइन प्रेस मान्यता का लोकार्पण भी किया। उन्होंने श्रम विभाग के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों हेतु AI सक्षम इंस्टेंट पंजीकरण सिस्टम का लोकार्पण भी किया। इन पहलों का उद्देश्य सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, दक्षता और गति बढ़ाना तथा जनसेवाओं को अधिक सुलभ और नागरिकों के अनुकूल बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में नये वर्ष के कैलेंडर और सरकार की नीतियों और योजनाओं को प्रदर्शित करती एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा, विधायक शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, सूचना जनसंपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, निदेशक पार्थ गुप्ता, अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) वर्षा खांगवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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