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Bihar News: इओयू की बड़ी कार्रवाई, तेलंगाना-हैदराबाद समेत कई राज्यों में पेपर लीक का आरोपी संजय दबोचा गया, BPSC समेत कई परीक्षाओं में वसूले थे रुपये

बिहार में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) को प्रभावित करने वाले संगठित गिरोहों (Organized Rackets) के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (EOU – Economic Offences Unit) लगातार अभियान तेज कर रही है।इसी कड़ी में कुख्यात संजीव मुखिया गिरोह (Sanjeev Mukhia Gang) के एक्टिव मेंबर संजय कुमार प्रभात (Sanjay Kumar Prabhat) को पटना के गोला रोड (Gola Road) क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।यह बीपीएससी टीआरइ-3 पेपर लीक (TRE-3 Paper Leak Case) में लंबे समय से वांछित (Wanted) था।इओयू ने उसे 8 दिसंबर को गिरफ्तार कर 9 दिसंबर को न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया।

शेखपुरा का रहने वाला संजय (Resident of Sheikhpura)

संजय कुमार प्रभात शेखपुरा जिले के शेखोपुर बाजार (Shekhopur Bazar) का निवासी है।इओयू द्वारा सिपाही चालक भर्ती परीक्षा (Driver Constable Exam – 10 Dec) और प्रवर्तन अवर निरीक्षक परीक्षा (Enforcement Sub Inspector Exam – 14 Dec) से पहले चलाए जा रहे विशेष अभियान (Special Operation) के दौरान इसे पकड़ा गया।अधिकारियों के अनुसार संजय प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक (Paper Leak) कराकर मोटी कमाई (Huge Earnings) करता था।

पूछताछ में संजय का बड़ा खुलासा (Major Revelations in Interrogation)

पूछताछ में संजय ने बताया कि टीआरइ-3 परीक्षा में उसने कैंडिडेट्स से 1 लाख रुपये प्रति उम्मीदवार (₹1 Lakh Per Candidate) तक वसूले थे। आने वाली परीक्षाओं के लिए भी वह अभ्यर्थियों से एडमिट कार्ड (Admit Card), पहचान पत्र (ID Proof) और बड़ी रकम (Large Amount of Money) इकट्ठा कर रहा था।

तेलंगाना और उत्तराखंड तक फैला नेटवर्क (Network Across Multiple States)

संजय का नेटवर्क सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं है।  वह तेलंगाना की EAMCET 2016 Exam और उत्तराखंड की AIPMT 2016 (All India Pre-Medical Test) पेपर लीक घटनाओं में भी आरोपी है। इनकी जांच क्रमशः CID हैदराबाद (CID Hyderabad) और उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) द्वारा की जा रही है। कई राज्यों की पुलिस पहले से ही उस पर निगरानी (Surveillance) रखे हुए थी।

BPSC TRE-3 पेपर लीक में अब तक 289 गिरफ्तारी (289 Arrests So Far)

बीपीएससी TRE-3 पेपर लीक केस (Paper Leak Scam) में अब तक 289 आरोपियों की गिरफ्तारी (289 Arrests) हो चुकी है। इओयू बाकी बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी (Raids) कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि इस बड़े नेटवर्क के टूटने से आगामी परीक्षाओं की विश्वसनीयता (Credibility) और सुरक्षा (Security) मजबूत होगी।

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