Bangladesh NCP Labour Wing Leader Shot: खुलना में NCP नेता मोतालेब शिकदर पर जानलेवा हमला, सिर में लगी गोली
ढाका/खुलना:बांग्लादेश में political violence लगातार बढ़ती जा रही है। नेशनल सिटिजन पार्टी (NCP) के नेता उस्मान हादी की मौत के बाद भी हालात शांत नहीं हुए थे कि अब पार्टी से जुड़े एक और senior leader पर जानलेवा हमला हो गया। ताजा मामला खुलना (Khulna) का है, जहां बदमाशों ने NCP labour wing से जुड़े नेता मोतालेब शिकदर को गोली मार दी।घायल नेता मोतालेब शिकदर खुलना के सोनाडांगा इलाके के शेखपाड़ा पल्ली के रहने वाले हैं। वह पार्टी में अहम जिम्मेदारियां संभालते हैं और NCP के Khulna Divisional Chief होने के साथ-साथ NCP Shramik Shakti के Central Organizer भी हैं।
Attack Details: सिर को बनाया निशाना
Sonadanga Model Police Station के जांच अधिकारी (OC Animesh Mandal) के मुताबिक, यह हमला Gazi Medical College Hospital के पास सुबह करीब 11:45 बजे हुआ। हमलावरों ने सीधे उनके head को निशाना बनाकर गोली चलाई।Daily Star report के अनुसार, गोली लगते ही मोतालेब गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत Khulna Medical College Hospital ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने डॉक्टरों के हवाले से बताया कि फिलहाल उनकी condition stable है और वह खतरे से बाहर हैं। गोली उनके कान के पास से अंदर गई और त्वचा को चीरते हुए बाहर निकल गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए।
पहले भी हो चुका है NCP नेता पर हमला
इससे पहले भी NCP के एक बड़े चेहरे पर हमला हुआ था।Dhaka-8 seat से सांसद पद के उम्मीदवार Sharif Usman Hadi को 12 दिसंबर को ढाका के Paltan area में गोली मार दी गई थी। सिर में गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें पहले Dhaka Medical College Hospital और फिर Evercare Hospital में भर्ती कराया गया।हालत नाजुक होने पर 15 दिसंबर को उन्हें बेहतर इलाज के लिए Singapore airlift किया गया, जहां 18 दिसंबर की रात Singapore General Hospital में उनकी मौत हो गई।
Violence Surge के बाद Media और Minorities पर हमले
लगातार हो रही इन घटनाओं ने बांग्लादेश में law & order और security system पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।August 2024 में Sheikh Hasina government के जाने के बाद से हिंसा में लगातार इजाफा हुआ है।18 दिसंबर को हादी की मौत के बाद हुई हिंसा में media को खासतौर पर निशाना बनाया गया। कई journalists attacked हुए। इसी दौरान एक Hindu youth Dipu Chandra Das पर blasphemy का झूठा आरोप लगाकर mob lynching की गई। उसे पेड़ से बांधकर जिंदा जला दिया गया। इतना ही नहीं, एक rickshaw puller को भी Indian intelligence agency agent बताकर पीटा गया।
Interim Government पर आरोप
8Mohammad Yunus के नेतृत्व वाली interim government में कट्टरपंथी ताकतों के हौसले और बुलंद हो गए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री Sheikh Hasina ने आरोप लगाया है कि यूनुस सरकार को इन तत्वों का indirect support मिल रहा है। दिए गए इंटरव्यू में शेख हसीना ने कहा कि“बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के पीछे Yunus government का हाथ है। यह सरकार जानबूझकर India-Bangladesh relations को खराब कर रही है।”
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