Delhi Red Fort Blast Updates: लाल किले के सामने बम ब्लास्ट: जैश-ए-मोहम्मद कनेक्शन का बड़ा खुलासा, महिला डॉक्टर गिरफ्तार
नई दिल्ली | Delhi blast: —राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के सामने सोमवार शाम हुए बम ब्लास्ट (Delhi blast investigation) मामले में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस और जांच एजेंसियों के अनुसार, इस धमाके के तार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े पाए गए हैं।
इस हमले में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक घायल हैं। घटनास्थल के आसपास का इलाका सील कर दिया गया है और NIA व दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है। 
फरीदाबाद से बरामद हुआ भारी विस्फोटक, लखनऊ की डॉक्टर गिरफ्तार
इससे पहले सोमवार को दिल्ली से सटे फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया था। इसी के कुछ घंटे बाद लाल किले के पास जोरदार धमाका हुआ।जांच के दौरान एजेंसियों ने लखनऊ की महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया, जिसकी कार से AK-47 रायफल और कई संदिग्ध सामग्री बरामद की गई।

जांच अधिकारियों के मुताबिक, शाहीन शाहिद की कार का इस्तेमाल धमाके (Terror Attack) से जुड़े विस्फोटक और हथियार सप्लाई करने के लिए किया गया था। शाहीन कथित रूप से अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी थी और उसके संपर्क कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल से थे।
मुजम्मिल से मिला 2900 किलो विस्फोटक
जांच में पता चला है कि डॉक्टर मुजम्मिल को फरीदाबाद के दो किराए के कमरों से 2900 किलोग्राम विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, शाहीन जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग से जुड़ी थी और संगठन के लिए महिला आतंकियों की भर्ती का काम संभाल रही थी।
जैश की महिला विंग ‘जमात-उल-मोमिनात’ और सादिया अजहर की भूमिका
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, जैश-ए-मोहम्मद ने हाल के वर्षों में महिलाओं को आतंक की राह में लाने के लिए ‘जमात-उल-मोमिनात’ नामक एक विशेष विंग बनाई थी।इस विंग का नेतृत्व पाकिस्तान से मसूद अजहर की बहन और आतंकी यूसुफ अजहर की पत्नी सादिया अजहर कर रही है।सादिया का पति यूसुफ अजहर कंधार विमान अपहरण कांड में शामिल था और बाद में भारतीय सेना ने उसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मार गिराया था।सूत्रों के अनुसार, सादिया और उसकी बहन समायरा अजहर ऑनलाइन माध्यम से कट्टरपंथी विचार फैलाकर महिलाओं को आतंक संगठनों से जोड़ने की कोशिश कर रही हैं।

स्लीपर सेल नेटवर्क का पर्दाफाश
NIA की टीम ने जांच के दौरान GMC अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में छापेमारी की, जहाँ डॉक्टरों और मौलवियों की मिलीभगत से एक बड़े स्लीपर सेल नेटवर्क का खुलासा हुआ।जांच में पाया गया कि मौलवी इरफान, जो पहले GMC श्रीनगर में पैरामेडिकल स्टाफ और इमाम था, ने मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथ की ओर मोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इसी नेटवर्क के माध्यम से फरीदाबाद-दिल्ली मॉड्यूल की नींव रखी गई थी।
पुलिस और NIA की जांच जारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कहा है कि धमाके के पीछे के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए देशभर में छापेमारी जारी है।
प्राथमिक जांच में यह साफ हुआ है कि यह हमला संगठित साजिश का हिस्सा था, जिसमें स्थानीय स्लीपर सेल और विदेशी आतंकी संगठन दोनों की भूमिका संदिग्ध है।
पुलवामा हमले से जुड़ा संगठन
गौरतलब है कि जैश-ए-मोहम्मद वही आतंकी संगठन है जिसने 2019 के पुलवामा हमले को अंजाम दिया था, जिसमें भारतीय सेना के 40 जवान शहीद हुए थे।सुरक्षा एजेंसियां अब लाल किले ब्लास्ट को उसी नेटवर्क की एक नई रणनीति के रूप में देख रही हैं।
Raftaar Media | सच के साथ