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नशा और अपराध का मुख्य कारण है बेरोजगारी: मनीष बंसल

पंचकूला । कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री पवन बंसल के सुपुत्र मनीष बंसल ने कहा है कि नशा और अपराध का मुख्य कारण बेरोजगारी है। हरियाणा में लगभग 2 लाख सरकारी नौकरियों के पद खाली है लेकिन सरकार ने उन्हें भरने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। विभिन्न गांवों में जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत मनीष बंसल ने युवाओं बुजुर्गों एवं महिलाओं से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी। मनीष बंसल ने कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी दर दोगुने से भी ज्यादा है। यह स्थिति तब है जब प्रदेश ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को तीन तरफ से घेर रखा है। हरियाणा ने बेरोजगारी में पंजाब हिमाचल प्रदेश राजस्थान उत्तराखंड उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और गुजरात जैसे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है। मनीष बंसल ने कहा कि सरकार की नियत में खोट है। बेरोजगारी नशे और अपराध की जड़ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 तक प्रति व्यक्ति आय और प्रति व्यक्ति निवेश में हरियाणा सबसे आगे था। रोजगार के मामले में दूसरे प्रदेशों को रास्ता दिखाता था। दूर-दूर से लोग हरियाणा में रोजगार के लिए आते थे। पिछले साढ़े नौ साल से प्रदेश में कोई नया निवेश और न कोई नई फैक्ट्री लगी। इंटरनेशनल एयरपोर्ट रेल कोच फैक्ट्री जैसी बड़ी और मंजूरशुदा परियोजनाएं दूसरे प्रदेशों में चली गईं। मनीष बंसल ने कहा कि एक तरफ हरियाणा में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है तो दूसरी तरफ दो लाख सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं। भर्तियां भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं। पक्की नौकरियों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है। कौशल निगम के नाम पर कच्ची भर्ती कर युवाओं का शोषण चल रहा है। कहीं नौकरी निकल भी गई तो गठबंधन सरकार की गलत नीतियों के चलते उनमें से ज्यादातर नौकरियां हरियाणा के युवाओं को न मिलकर दूसरे प्रदेशों के लोगों को मिल रही है। ऐसे में हरियाणा का युवा पूरी तरह हताश और निराश हो रहा है। मनीष बंसल पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री पवन बंसल के सुपुत्र एवं युवा नेता मनीष बंसल पंचकूला में इन दिनों सक्रिय नजर आने लगे हैं। मनीष बंसल ने लोगों के साथ बैठकों का दौर शुरु कर दिया है। मनीष बंसल की बढ़ती सरगर्मियों से कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में सुगबुगाहट है कि उन्हें उनके पिता की केंद्रीय नेतृत्व में मजबूत पकड़ एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा से पुराने संबंधों का लाभ टिकट लेने में मिल सकता है। पंचकूला में मुख्य तौर पर बणिया एवं पंजाबी समुदाय के लोगों की संख्या अधिक है।
 

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