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KOLKATA RAPE CASE: संजय रॉय दोषी करार

कोलकाता में आरजी कर अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना ने पूरे देश में हलचल मचा दी. यह मामला तब शुरू हुआ जब डॉक्टर का शव 9 अगस्त को बरामद किया गया जिसके बाद पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार किया. वहीं अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिरबन दास द्वारा मुकदमा शुरू होने के 57 दिन बाद फैसला सुनाया गया. सुनवाई बंद कमरे में 12 नवंबर को प्रारंभ हुई थी जिसमें कुल 50 गवाहों से पूछताछ की गई. सुनवाई 9 जनवरी को समाप्त हुई और इसके बाद अदालत ने अपना निर्णय दिया.

संजय रॉय की गिरफ्तारी का आधार पीड़ित के शव के पास मिले ब्लूटूथ इयरफोन थे. सीसीटीवी फुटेज में उसे सेमिनार हॉल में प्रवेश करते हुए देखा गया था जिसमें वह इयरफोन पहने हुए था. यह सबूत उसके खिलाफ महत्वपूर्ण साबित हुआ.


इस घटना के बाद देश भर में डॉक्टरों और अन्य लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए. इन प्रदर्शनों ने ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों की सुरक्षा पर सवाल उठाए और इसके परिणामस्वरूप एक राष्ट्रीय कानून की मांग उठाई गई ताकि डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार और प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के बीच लंबे समय तक गतिरोध बना रहा.

Raftaar Media | सच के साथ
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