India Pakistan Tension: भारत की मॉकड्रिल से पाकिस्तान में मचा हड़कंप...पीएम मोदी के बयान ने बढ़ाई बेचैनी
रांची/डेस्क: – 31 मई को पाकिस्तान से सटे भारतीय राज्यों में होने वाली मॉकड्रिल से पड़ोसी मुल्क में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान के मीडिया चैनल और रिटायर्ड सैन्य अधिकारी इस अभ्यास को भारत के संभावित “नए एक्शन” से जोड़कर देख रहे हैं। सोशल मीडिया से लेकर टीवी डिबेट तक पाकिस्तान में इस मॉकड्रिल को लेकर अफवाहों और आशंकाओं का बाजार गर्म है।
पीएम मोदी का बयान और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान ने पाकिस्तान की चिंता और बढ़ा दी है। एक जनसभा में पीएम मोदी ने कहा सेना के शौर्य को मैं सैल्यूट करता हूं। मैं फिर कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था वो किसी धोखे में ना रहे... ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। ये खत्म नहीं हुआ है।
इस बयान को पाकिस्तान में भारत की ओर से एक संभावित बड़े कदम की चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
मॉकड्रिल या सैन्य तैयारी? पाकिस्तान में अटकलों का बाजार गर्म
भारतीय राज्यों में मॉकड्रिल को लेकर पाकिस्तान के रक्षा विश्लेषक और पत्रकार इसे एक बड़े सैन्य ऑपरेशन की तैयारी मान रहे हैं। कई पाकिस्तानी टीवी चैनलों ने यहां तक दावा किया कि यह अभ्यास “परमाणु युद्ध” की ओर संकेत कर सकता है — हालांकि भारत की ओर से ऐसी किसी बात की पुष्टि नहीं हुई है।
भारत ने फेल किया पाकिस्तान का हर नापाक प्लान
भारत लगातार आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है। पाकिस्तान में खुलेआम आतंकियों की रैलियों और भारत विरोधी भाषणों को भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करता रहा है। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर मुजम्मिल हाजमी जिसे यूएन ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया है पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है और रैलियां कर रहा है।
इतना ही नहीं बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के पीछे हाफिज सईद की भूमिका को लेकर भी पाकिस्तान में एक आतंकी का कुबूलनामा सामने आया है जिसने वहां के झूठे प्रचार की पोल खोल दी है।
क्या है मॉकड्रिल का असली मकसद?
भारत की ओर से इस मॉकड्रिल को एक सामान्य सुरक्षा अभ्यास बताया गया है जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी को परखना है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभ्यास सुरक्षा बलों की तैयारी को मजबूत करने और आतंकी खतरे से निपटने की दिशा में एक अहम कदम है।

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